कानपुर। कानपुर एंनकाउंटर के बाद कानपुर का चौबेपुर थाना शक के घेरे में आ चुका है। विकास दुबे से दोस्ती के शक में कानपुर के चौबेपुर थाने का पूरा स्टाफ बदला जा रहा है। आपको बता दें कि SO विनय तिवारी और दो दरोगा को पहले ही सस्पेंड किया जा चुका है। कानपुर जोन के आईजी रेंज मोहित अग्रवाल ने मंगलवार की सुबह 10 सिपाहियों को पुलिस लाइन से चौबेपुर थाने में तैनाती दी है। आपको बतादें कि पुलिसलाइन से सिपाही सुधीर, आशीष, विमल, रवि, मोहित, नवीन, विजेंद्र, धीरज कुमार, लवकुश और रिषी यादव की तैनाती चौबेपुर थाने में की है। अब ये नए सिपाही थाने का कामकाज देखेंगे।
कानपुर कांड: विकास दुबे का साथ देने वालों में तीन लोगों को पुलिस ने दबोचा
कानपुर कांड के बाद से ही चौबेपुर थाना शक के घेरे में आ चुका है। थाने में तैनात हर पुलिसकर्मी की जांच होगी। बता दें कि पुलिसकर्मियों की जांच की शुरुआत भी हो चुकी है। इस मामले में मिले लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने के बाद इन्हें जेल भेजा जाएगा। इस बात की जानकारी एडीजी जोन और आईजी रेंज ने दी।
हिस्ट्रीशीटर विकास दुबे के लिए मुखबरी करने के लिए शुरु से ही पुलिस शक के घेरे मं आ चुकी थी। जिसके बाद मामले में लापरवाही बरतने के चलते एसओ विनय तिवारी को निलम्बित कर दिया गया। अब अधिकारियों ने पूरे थाने में तैनात पुलिस कर्मियों की जांच के निर्देश दिए हैं।
थाने में तैनात हर पुलिसकर्मी के प्राइवेट मोबाइल का सिम जमा कराने के बाद जांच की जा रही है। वहीं अलग-अलग अधिकारी पुलिस कर्मियों से पूछताछ कर रिपोर्ट भी तैयार कर रहे हैं। यह भी देखा जा रहा है कि कौन पुलिस कर्मी विकास दुबे या उसके मिलने वालों के संपर्क में था।