कानपुर। आठ पुलिसकर्मियों का हत्यारा और कुख्यात अपराधी विकास दुबे के एनकाउंटर के बाद पुलिस उसकी पत्नी और बेटे को पूछताछ के लिए साथ ले गई थी लेकिन पूछताछ पूरी होने का बाद अब उनहें छोड़ दिया गया है। पुलिस अधिकारी दिनेश कुमार पी ने इस बात की जानकारी दी कि घिनौनी वारदात में ऋचा की कोई भूमिका नहीं मिली है। वारदात के वक्त वह मौके पर नहीं थी।
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इससे पहले गुरुवार को लखनऊ के कृष्णानगर में विकास दुबे की पत्नी ऋचा दुबे ने अपने बेटे के साथ आत्मसमर्पण कर दिया था। कृष्णानगर कोतवाली में पूछताछ के बाद पुलिस उसे कानपुर लेकर देर रात पहुंची। महिला पुलिसकर्मियों के बीच विकास की पत्नी और उसके बेटे से कई घंटों तक पूछताछ भी की गई।
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विकास दुबे के एनकाउंटर के बाद घटनास्थल पर ही पुलिस-प्रशासन जिंदाबाद के जोर जोर से नरे भी लगे। लोगों का हुजूम उस जगह को देखने के लिए पंहुच गया जहां पर विकास को मारा गया। लोगों ने ये जानने का प्रयास भी किया कि पुलिस और विकास की मुठभेड़ आखिर कैसे हुई। लोगों ने कहा कि पुलिस ने बहुत अच्छा काम किया। ऐसे अपराधी का जिंदा रहना प्रदेश के लिए खतरनाक था।