लखनऊ. यूपी की योगी सरकार (Yogi Government) ने सोमवार से राज्य व निजी विश्वविद्यालय (University) खोले जाएंगे. अपर मुख्य सचिव मोनिका एस गर्ग ने बताया कि कॉलेज और विश्वविद्यालयों में कोरोना दिशा-निर्देशों का सख्ती से पालन किया जाएगा. कक्षाओं के दौरान सामाजिक दूरी का पालन किया जाएगा, कक्षा में उन्ही छात्र-छात्राओं को प्रवेश दिया जाएगा जिनके शरीर का तापमान थर्मल स्कैनिंग के दौरान सामान्य होगा, कक्षा में हैंड सैनिटाइजर्स समेत दूसरी व्यवस्थाएं रहेंगी.
इससे पहले 17 नवंबर को अपर मुख्य सचिव मोनिका एस गर्ग ने प्रदेश के सभी जिलों के जिलाधिकारियों, उच्च शिक्षा निदेशक, प्रयागराज, सभी राज्य व निजी विश्वविद्यालयों के कुलसचिव को पत्र लिखकर आदेश जारी किए थे. जारी किए गए आदेश में कहा गया है कि कक्षाओं में अधिकतम 50 प्रतिशत विद्यार्थी ही उपस्थित रहेंगे. वहीं कॉलेज स्टॉफ को कोरोना प्रोटोकॉल का पालन करने का आदेश दिया गया है. निर्देश में छात्रों से अपील करते हुए कहा है कि सभी छात्रों को फेस कवर/मास्क पहनना अनिवार्य होगा.
50 फीसदी क्षमता के साथ चलेंगी क्लास
अपर मुख्य सचिव के मुताबिक कॉलेज और विश्वविद्यालयों को सरकार ने कहा है कि वे ऐसा ऐकेडमिक कैलेंडर तैयार करें ताकि कक्षाओं का संचालन 50 फीसदी विद्यार्थियों के साथ किया जा सके. प्रधानाचार्यों से कहा गया है कि संस्थानों को चलाने के लिए एसओपी (स्टैंडर्ज ऑपरेटिंग प्रोसिजर) का पालन किया जाए. सभी के लिए फेस मास्क का प्रयोग अनिवार्य होगा. यूजीसी के दिशानिर्देशों के मुताबिक छात्रों और स्टाफ से कहा गया है कि वे कन्टेंमेंट जोन की ओर जाने से बचें. बता दें कि कोरोना संक्रमण की शुरुआत के समय देश भर में 16 मार्च को विश्वविद्यालय बंद कर दिए गए थे. इसके बाद 25 मार्च 2020 को राष्ट्रव्यापी लॉकडाउन की घोषणा की गई थी.
WHO ने योगी सरकार की तारीफ
उधर, कोरोना वायरस संक्रमण से बचाव में उत्तर प्रदेश सरकार की रणनीति को विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने सराहनीय बताया है. डब्लूएचओ की रिपोर्ट के अनुसार उत्तर प्रदेश सरकार ने कोरोना पीड़ित मरीजों के सम्पर्क में आए 93 प्रतिशत लोगों की कॉन्टैक्ट ट्रेसिंग कर कोरोना की रफ्तार पर लगाम कसी है. कोविड-19 बचाव के लिए यूपी सरकार ने जो कॉन्टैक्ट ट्रेसिंग की रणनीति अपनाई है, वह दूसरे प्रदेशों के लिए नजीर बन सकती है.