पटना। अगर आप बाहर खाना खा रहे हैं तो सावधान हो जाइए। होटलों में कोरोना का खतरा है। यहां कोरोना की गाइडलाइन का पालन नहीं हो रहा है। होटलों में संक्रमण की आशंका को लेकर खाद्य सुरक्षा विभाग ने छापेमारी अभियान शुरू कर दिया है। बुधवार को दो होटलों में छापेमारी के दौरान इसका खुलासा भी हुआ है। दोनों होटलों को 7 दिनों का अल्टीमेटम दिया गया है। अगर सुधार नहीं हुआ तो लाइसेंस कैंसिल कर उन्हें बंद कराया जाएगा।
‘द बिरयानी महल’ को चेतावनी
जिला खाद्य सुरक्षा अधिकारी अजय कुमार ने टीम के साथ बुधवार को पटना के कई होटलों में छापेमारी की है। इसमें सबसे बड़ा मामला बोरिंग रोड के जीबी मॉल में स्थित ‘द बिरयानी महल’ और फ्रेजर रोड स्थित ‘बिरयानी महल’ का है। कोरोना की गाइडलाइन का कोई पालन नहीं किया जा रहा था। किचन में भी कई तरह की मनमानी मिली है। खाद्य सुरक्षा अधिकारी ने होटल को 7 दिन का समय दिया है।
इसी तरह फ्रेजर रोड पर स्थित ‘द बिरयानी मॉल’ को भी सात दिनों की चेतावनी दी गई है। यहां भी कोरोना गाइडलाइन का पालन नहीं हो रहा था साथ ही साथ हाइजीन का भी ध्यान नहीं दिया जा रहा था। यहां खाने में भी शिकायत मिली है। दोनों मामलों में 7 दिनों की चेतावनी दी गई है। अगर सुधार नहीं हुआ तो होटल बंद कराने की कार्रवाई की जाएगी। यहां वेज और नॉनवेज को भी एक साथ रखा जाता है। एक ही फ्रीजर में हर तरह का खाना रखा जाता है। वॉशिंग किट की गड़बड़ी को भी ठीक करने का निर्देश दिया गया है। सुधार नहीं हुआ तो होटल को बंद करा दिया जाएगा।
पटना के सभी होटल कर्मचारियों की होगी कोरोना जांच
पटना के सभी होटलों और रेस्टोरेंट के कर्मचारियों की कोरोना जांच कराने का निर्देश दिया गया है। बुधवार को खाद्य सुरक्षा अधिकारी अजय कुमार ने पटना के होटल और रेस्टोरेंट संचालकों से कहा है कि वह सभी कर्मचारियों की कोरोना जांच कराकर रिपोर्ट प्रस्तुत करें। उनका कहना है कि अभियान अब लगातार चलाया जाएगा। अगर होटलों में कोरोना गाइडलाइन का पालन नहीं हुआ तो उसका लाइसेंस निरस्त कराया जाएगा।
इसके साथ सभी कर्मियों की कोरोना जांच होनी चाहिए। अगर कोई भी खांसता, छींकता या फिर बुखार वाला कर्मचारी काम करते हुए दिखा तो संबंधित होटल रेस्टोरेंट का लाइसेंस निरस्त कर दिया जाएगा।