वर्ल्ड डेस्क। फलस्तीनी अधिकारियों ने इजरायल के फैसले की निंदा की है जिसके तहत वहां 10 दिनों के लिए मस्जिद को बंद कर दिया गया है। दरअसल, इजरायल ने पश्चिमी तट पर बसे हेब्रोन शहर के प्राचीन इब्राहिमी मस्जिद (Ibrahimi Mosque) को बंद करने का एलान किया ।
फलस्तीनी राष्ट्रपति महमूद अब्बास (Palestinian President Mahmoud Abbas) के धार्मिक व इस्लामिक मामलों के सलाहकार महमूद अल हब्बाश (Mahmoud al-Habbash) ने शुक्रवार को कहा कि इजरायल में मस्जिद को बंद कराना एक वॉर क्राइम है।
अल हब्बाश ने कहा, ‘मस्जिद में मुस्लिम श्रद्धालुओं के प्रवेश पर रोक के बाद दुनिया भर के मुस्लिमों में आक्रोश है।’ उन्होंने आगे कहा, ‘अल-वक्फ विभाग (al-Waqf department) की ताकतों में यह हस्तक्षेप है।’ फलस्तीनी अल वक्फ मंत्रालय ही इन पवित्र तीर्थस्थलों मुख्यत: फलस्तीनी इलाकों में मौजूद मस्जिद की निगरानी करता है।
ओमान के सुल्तान (Omans sultan) हैथम बिन तारिक अल सैद ने संविधान में संशोधन की घोषणा की है।
यहूदी राज्य में अधिकारियों ने कोविड-19 के मद्देनजर फैसला लिया है कि 10 दिनों के लिए हेब्रोन के मस्जिदों को बंद कर दिया जाएगा। इब्राहिमी मस्जिद हेबी एबु स्नीनेह के निदेशक ने कहा, ‘इजरायल का यह फैसला आधारहीन है क्योंकि मस्जिद आने वाले सभी श्रद्धालु पर्याप्त स्वास्थ्य जांच अवश्य कराते हैं। साथ ही ये सभी प्रोटोकॉल जैसे मास्क पहनना और शारीरिक दूरी का ध्यान भी रखते हैं।’ इजरायल में कोरोना वायरस लॉकडाउन अगले दो सप्ताह तक प्रभावी रहेगा।
उल्लेखनीय है कि इजरायल में अब तक कोविड-19 के 4,74,000 मामले आए हैं जबकि 3,565 लोगों की मौत हुई है। इस समय देश में 60 हजार से अधिक मरीज उपचाराधीन हैं।
उल्लेखनीय है कि जॉन्स हॉपकिन्स यूनिवर्सिटी द्वारा आज जारी किए गए आंकड़ों के अनुसार दुनिया भर में कुल संक्रमितों की संख्या 8 करोड़ 88 लाख के पार चली गई वहीं मरने वालों का आंकड़ा 19 लाख से अधिक हो चुका है।