न्यूज डेस्क। अंतरराष्ट्रीय मुद्राकोष (IMF) की प्रमुख क्रिस्टलीन जार्जीएवा ने कोविड-19 महामारी के कारण बढ़ती असामानता पर चिंता जताई और कहा कि सतत और संतुलित पुनरूद्धार के लिए हर किसी का चाहे वह कंपनी हो या फिर सरकार अथवा केंद्रीय बैंक सभी की मदद की जरूरत है.
विश्व आर्थिक मंच की ‘ऑनलाइन’ दावोस एजेंडा शिखर सम्मेलन को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि मुद्राकोष ने 2021 के लिए वैश्विक वृद्धि दर 5.5 प्रतिशत रहने का अनुमान जताया है जो पूर्व के अनुमान के मुकाबले अधिक है.
उन्होंने एक परिचर्चा में कहा कि बड़े देशों ने संकट के दौरान उससे निपटने के लिये जीडीपी के 20 प्रतिशत तक की मदद प्रदान की जबकि गरीब देशों में यह उनके जीडीपी का केवल 2 प्रतिशत रहा. और उनका जीडीपी (सकल घरेलू उत्पाद) का आकार भी छोटा है. यह परेशान करने वाला है.
जीर्जीएवा ने कहा कि सतत और संतुलित पुनरूद्धार के लिये हर किसी का चाहे वह कंपनी हो या फिर सरकार अथवा केंद्रीय बैंक सभी की मदद की जरूरत है.Source link