New Delhi. टीआरपी घोटाले (TRP SCAM) में जेल में बंद बार्क (BARC) के पूर्व सीईओ पार्थो दासगुप्ता (Partho Dasgupta) ने सुप्रीम कोर्ट में स्वास्थ्य संबंधित परेशानियों का हवाला देते हुए जेल से बाहर निकालने की गुहार लगाई है.। हालांकि सुप्रीम कोर्ट ने सुनवाई टाल दी है। क्योंकि पक्षकार की ओर से पार्थो दासगुप्ता को टीआरपी घोटाले का मुख्य आरोपी बताया गया है।
बता दें, दासगुप्ता (Partho Dasgupta) को बीमारी के इलाज के लिए मुंबई के जे जे अस्पताल में दाखिल कराया गया था. इसके बाद ही जमानत पर रिहा करने के लिए अर्जी लगाई गई है. हालांकि, एक जमानत अर्जी Bombay High Court के सामने भी लगाई गई है.
Bombay High Court ने टेलीविजन रेटिंग प्वाइंट (TRP) के कथित फर्जी घोटाले में आरोपी बार्क (BARC) के पूर्व मुख्य कार्यकारी अधिकारी पार्थो दासगुप्ता की अर्जी पर सुनवाई नौ फरवरी के लिए स्थगित कर दी है. दासगुप्ता ने यह दलील देते हुए जमानत का अनुरोध किया था कि इस मामले में अन्य सभी आरोपी जमानत पर बाहर हैं.
मुंबई पुलिस की क्राइम ब्रांच ने उन्हें पिछले साल 24 दिसंबर में TRP मामले में गिरफ्तार किया था. मंगलवार को दासगुप्ता के वकीलों ने अदालत से कहा कि बार्क के पूर्व मुख्य कार्यकारी अधिकारी को मेरूदंड की समस्या है और उन्हें चिकित्सकीय देखरेख की जरूरत है.