लखनऊ. उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जनपद कासगंज में सिढ़पुरा थाना क्षेत्र के नगला धीमर गांव में पुलिस सिपाही की मृत्यु की घटना का संज्ञान लिया है। उन्होंने इस घटना के सम्बन्ध में दोषियों के विरुद्ध कठोर कार्रवाई किए जाने के निर्देश दिए हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार अपराध और अपराधियों के प्रति जीरो टॉलरेंस की नीति पर कार्य कर रही है। कानून व्यवस्था के सम्बन्ध में किसी भी प्रकार का समझौता न करते हुए सम्बन्धित दोषियों के विरुद्ध अविलम्ब व सख्त कार्रवाई की जाए। मुख्यमंत्री ने इस घटना में घायल पुलिसकर्मी के समुचित उपचार के निर्देश दिए हैं।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आरोपियों पर एनएसए (राष्ट्रीय सुरक्षा कानून) लगाने के आदेश दिए हैं। साथ ही घायल दारोगा के इलाज के दिए निर्देश दिए हैं। सीएम योगी ने सिपाही के परिजनों को 50 लाख रुपये और आश्रित को सरकारी नौकरी देने के एलान किया है।
बता दें, कासगंज जिला मुख्यालय से करीब 45 किलोमीटर दूर गंगा की कटरी में स्थित गांव नगला धीमर में दारोगा अशोक कुमार सिंह (नगला गबे, किशनी, मैनपुरी) और सिपाही (देवेंद्र कुमार नगला बिंदू, डौकी, आगरा) मंगलवार शाम शराब माफिया मोतीराम की कुर्की का नोटिस चस्पा करने गए थे। हिस्ट्रीशीटर मोतीराम के विरुद्ध 11 मुकदमे पंजीकृत हैं। गांव में माफिया ने दोनों पुलिसकर्मियों को घेर लिया और एक पेड़ से बांधकर जमकर पीटा। इसके बाद माफिया व ग्रामीण दोनों को डेढ़ किलोमीटर दूर खेत पर ले गए। वहां भी दोनों की पिटाई की, वर्दी भी फाड़ दी। पटियाली के सीओ गवेंद्र पाल गौतम सूचना मिलने पर पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे। घटना की गंभीरता को देखते हुए जिले के कई थानों की फोर्स को बुलाया गया। पुलिस को दोनों खेत में बंधक मिले। अस्पताल लाने तक सिपाही की मृत्यु हो गई, जबकि दारोगा की हालत गंभीर बनी हुई है।