वर्ल्ड डेस्क. चीन की राजधानी बीजिंग की हालत बेहद भयावह है। सोमवार को बीजिंग से लोगों की डरा देने वाली तस्वीरें सामने आई हैं। पूरा बीजिंग शहर रेत की चपेट में आने से यहां लोगों की आंखें धूल से धंसी हुई थी। चीन की मौसम विज्ञान एजेंसी ने इसे एक दशक में सबसे बड़ा सैंडस्टॉर्म कहा है। जिससे यहां स्थिति भयावह नजर आ रही है।
सोमवार सुबह से ही बीजिंग में घनी भूरी धूल में लोगों की आंखें धंसी हुई थी, जिसके परिणामस्वरूप भीतरी मंगोलिया और उत्तर-पश्चिमी चीन के अन्य हिस्सों में भारी हवाएं चल रही हैं। बीजिंग में साल का सबसे खराब सैंडस्टॉर्म देखने को मिला है। चीन की मौसम विज्ञान एजेंसी ने इसे एक दशक में सबसे बड़ा सैंडस्टॉर्म कहा है। जिससे यहां स्थिति भयावह दिख रही है।
बीजिंग शहर में जब सुबह लोग सड़कों पर निकले तो यहां का नजारा और मौसम बदला-बदला दिखा। सड़कों पर लोग अपनी साइकिल से निकले तो उन्हें कम विजिबिलिटी की वजह से दिक्कत का सामना करना पड़ा। जिसकी वजह से लोगों का घर से निकलना मुश्किल हो रहा है।
चीन मौसम विज्ञान प्रशासन ने सोमवार सुबह एक पीले अलर्ट की घोषणा करते हुए कहा कि सैंडस्टॉर्म इनर मंगोलिया से गांसु, शांक्सी और हेबै के प्रांतों में फैल गए है, जिसने बीजिंग को घेर लिया है। मीडिया रिपोर्टस के मुताबिक, पड़ोसी मंगोलिया भी भारी रेत की चपेट में आ गया, जिसमें कम से कम 341 लोग लापता हैं। इनर मंगोलिया की राजधानी होहोट से उड़ानें भरी गई हैं।
बीजिंग का आधिकारिक वायु गुणवत्ता सूचकांक (Air Quality Index) सोमवार सुबह 500 के अधिकतम स्तर पर पहुंच गया, जिसमें तैरने वाले जिन्हें पीएम 10 के रूप में जाना जाता हैं कुछ जिलों में 2,000 माइक्रोग्राम प्रति घन मीटर तक पहुंच गए। विश्व स्वास्थ्य संगठन(डब्ल्यूएचओ) 50 माइक्रोग्राम से अधिक के औसत दैनिक पीएम 10 सांद्रता की सिफारिश करता है।