स्पोर्ट्स डेस्क. भारत ने इंग्लैंड (India vs England) को मोटेरा में हुए पिंक बॉल टेस्ट (Pink Ball Test) में 2 दिन में ही हरा दिया. मेहमान टीम पहली पारी में 112 और दूसरी में सिर्फ 81 रन पर ढेर हो गई. दोनों पारियों में गिरे इंग्लैंड के 20 में से 19 विकेट तो भारतीय स्पिनर्स ने लिए. सिर्फ एक विकेट तेज गेंदबाज को मिला. इसके बाद से ही मोटेरा की पिच (Motera Pitch) को लेकर विवाद हो रहा है और एक बार फिर इंग्लैंड के पूर्व कप्तान माइकल वॉन (Michael Vaughan) ने टीम के हारने के बाद पिच पर सवाल उठाए हैं और टीम इंडिया पर तंज भी कसा है.
माइकल वॉन (Michael Vaughan) ने दो दिन में मैच खत्म होने पर एक ट्वीट किया. इसमें उन्होंने तंज कसा कि अगर हमें इसी तरह की पिच देखने को मिलेंगी तो मेरे पास इस पर खेलने का एक आइडिया है. टीमों को दो की जगह मैच में तीन पारियां देनी चाहिए.
बता दें कि मोटेरा टेस्ट में सिर्फ दो दिन ही खेल चला. इन दो दिनों में 140.2 ओवर का खेल हुआ और सिर्फ 387 रन बने. मैच में कुल 30 विकेट गिरे और इसमें से 28 तो स्पिनर्स ने ही लिए. इसमें अक्षऱ पटेल ने 11, रविचंद्रन अश्विन ने 7, वॉशिंगटन सुंदर ने 1, जैक लीच ने 4 और जो रूट ने पांच विकेट झटके. सिर्फ दो विकेट ही तेज गेंदबाजों को मिले. जिस तरह से इस पिच पर पहले दिन से ही फिरकी गेंदबाजों ने बल्लेबाजों को परेशान करना शुरू किया. उसे लेकर ही हो हल्ला मच रहा है.
वॉन (Michael Vaughan) ने इसे लेकर लिखा कि मैच तो एंटरटेनिंग रहा. लेकिन ईमानदारी से कहूं ता ये पांच दिन लायक पिच नहीं थी. दूसरे दिन गेंदबाजों की तो जैसे लॉटरी ही निकल गई. इसके लिए उन्होंने इंग्लैंड के कप्तान जो रूट का जिक्र किया. जिन्होंने पहली पारी में भारत के पांच बल्लेबाजों को आउट किया. उन्होंने लिखा कि भारतीय बल्लेबाज यॉर्कशायर के स्पिनर्स को नहीं खेल पाए.
पीटरसन भी मोटेरा की पिच से नाखुश
पूर्व इंग्लिश कप्तान की तरह ही इंग्लैंड के एक और खिलाड़ी केविन पीटसन ने पिंक बॉल टेस्ट की पिच को कोसा. उन्होंने ट्वीट किया किया कि एक मैच के लिए ऐसा विकेट ठीक है. जहां बल्लेबाज के कौशल और तकनीक का टेस्ट होता है, लेकिन मैं इस तरह का विकेट और नहीं देखना चाहता और मुझे लगता है कि सारे खिलाड़ी भी नहीं चाहते.
भारत ने दूसरी पारी में बिना विकेट गंवाए 49 रन बनाए
पिच को लेकर भले ही हंगामा हो रहा है. लेकिन इसी पिच पर भारत ने दूसरी पारी में बिना विकेट गंवाए जीत के लिए मिले 49 रन के टारगेट को पूरा किया. इतना ही नहीं इसी मुश्किल पिच पर पहली पारी में इंग्लैंड के बल्लेबाज जैक क्राउली ने 53 रन बनाए तो वहीं रोहित शर्मा ने भी 66 रन की अहम पारी खेली. खेल के पूर्व दिग्गज भी ये मान रहे हैं कि पिच बल्लेबाजों के लिए मुश्किल थी. लेकिन ऐसी नहीं थी कि जिस पर बल्लेबाजी न की जा सके. ज्यादातर विकेट सीधे गेंदों पर गिरे. इसका मतलब साफ है कि बल्लेबाज गेंद पढ़ने में चूके और अपनी गलती की वजह से आउट हुए. अब सीरीज का चौथा और आखिरी मैच इसी मैदान पर 4 मार्च से शुरू होना है. ऐसे में इस मैच के लिए कैसी पिच होती है. इस पर सबकी नजरें होंगी.