नई दिल्ली. सोमवार को भारतीय सेना को बड़ी कामयाबी मिली है। कश्मीर के जिला शोपियां में बीते तीन दिनों से जारी मुठभेड़ में सेना ने जैश-ए-मोहम्मद के शीर्ष कमांडर विलायत लोन उर्फ सज्जाद अफगानी को मार गिराया है। आइजीपी कश्मीर विजय कुमार ने स्वयं इसकी पुष्ट करते हुए इसे सुरक्षाबलों की बड़ी सफलता करार दिया। उन्होंने कहा कि रावलपोरा में 72 घंटों से भी अधिक समय जारी इस मुठभेड़ में अब तक दो आतंकियों को मार गिराया गया है। ऑपरेशन अभी भी जारी है।
इससे पहले गत रविवार को सुरक्षाबलों द्वारा मार गिराए गए स्थानीय आतंकी की पहचान लश्कर-ए-तैयबा के जहांगीर अहमद वानी पुत्र स्वर्गीय अब्दुल रहमान वानी निवासी रक्ख नारापोरा शोपियां के रूप में हुई है। सुरक्षाबलों के अनुसार वह सितंबर 2020 में लश्कर-ए-तैयबा में शामिल हुआ था।
आइजीपी कश्मीर विजय कुमार ने दो आतंकवादियों के मारे जाने की पुष्टि करते हुए कहा कि सज्जाद का मारा जाना सुरक्षाबलों के लिए बड़ी सफलता है। सज्जाद काफी समय से दक्षिण कश्मीर खासकर शोपियां में युवाओं को बरगलाकर संगठन में भर्ती करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा था। इलाके में फिलहाल और आतंकियों की मौजूदगी की पुष्टि के लिए सर्च ऑपरेशन चलाया जा रहा है। आपको बता दें कि यह मुठभेड़ शोपियां के रावलपोरा में गत शनिवार रात को शुरू हुई थी।
वहीं मुठभेड़ स्थल से बरामद हथियारों ने सुरक्षाबलों को सकते में डाल दिया है। मारे गए दोनों आतंकियों से एक एके 47, अमेरिका निर्मित एम-4 राइफल, उसकी तीन मैगजीन, 36 राउंड और करीब 9600 नकदी भी बरामद हुई है। सुरक्षाबलों ने अभी अभियान समाप्त नहीं किया है। शोपियां में सर्च ऑपरेशन चल रहा है। आइजीपी ने कहा कि जब यह पुष्टि हो जाएगी कि रावलपोरा में और कोई आतंकी मौजूद नहीं है। ऑपरेशन समाप्त कर दिया जाएगा। फिलहाल दोनों आतंकियों के शवों व उनसे बरामद हथियारों को सुरक्षाबलों ने अपने कब्जे में ले लिया है।