New Delhi. किसानों के प्रदर्शन स्थलों और उसके आसपास कई स्तर की अवरोधक, सड़कों पर लोहे की कीलें, कंटीले तार, सीमेंट के अवरोधकों के बीच लोहे की छड़ें लगाने, डीटीसी बसों एवं अतिरिक्त सुरक्षा कर्मियों की तैनाती जैसी भारी सुरक्षा व्यवस्था की गयी थी. सरकार के इस फैसले की ना केवल देश में ही, बल्कि विदेश में भी आलोचना होने लगी. इसके बाद गुरुवार को सड़क से कीलें हटाने का वीडियो सामने आया था.
कीलों को उखाड़ा नहीं जा रहा, जगह बदली जा रही
गाजीपुर बॉर्डर (Ghazipur Border) का एक वीडियो जारी किया है. इस वीडियो में वहां पर लगाई गईं लोहे की कीलों को निकाला जा रहा है. कीलों को पुलिस द्वारा उखाड़ने की खबर फैलने के बाद पुलिस ने सफाई दी कि ऐसी वीडियो और तस्वीरें प्रसारित हो रही हैं जिसमें यह दिखाया जा रहा है कि गाजीपुर बॉर्डर से कीलें हटाई जा रही हैं। कीलों की जगह बदली जा रही है। बाॅर्डर पर तैयारियां पहले जैसी ही हैं।
ऐसी वीडियो और तस्वीरें प्रसारित हो रही हैं जिसमें यह दिखाया जा रहा है कि गाज़ीपुर बाॅर्डर से कीलें हटाई जा रही हैं। कीलों की जगह बदली जा रही है। बाॅर्डर पर तैयारियां पहले जैसी ही हैंः दिल्ली पुलिस https://t.co/9b4wKYUz0h
— ANI_HindiNews (@AHindinews) February 4, 2021
गाजीपुर बॉर्डर पर पहुंचे विपक्षी दल, पुलिस ने रोका
विपक्षी नेताओं का एक प्रतिनिधिमंडल गाजीपुर बॉर्डर पहुंच गया है। हालांकि विपक्षी दलों के प्रतिनिधिमंडल को पुलिस ने रोक दिया है। आपको बता दें कि विपक्षी नेताओं के प्रतिनिधिमंडल में एनसीपी सांसद सुप्रिया सुले, डीएमके सांसद कनिमोझी, एसएडी सांसद हरसिमरत कौर बादल और टीएमसी सांसद सौगत रॉय समेत कई नेता शामिल हैं।