Lucknow. इंडियन मेडिकल एसोसिएशन ने केंद्र सरकार की ओर से प्रस्तावित मिक्सोपैथी प्रणाली के विरोध में रविवार को आई एम ए भवन रिवर बैंक कालोनी में चिकित्सकों ने भूख हड़ताल की। मुख्यालय इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (IMA) दिल्ली के आह्वान पर मिक्सोपैथी के खिलाफ पूरे देश में क्रमिक भूख हड़ताल दिनांक एक फरवरी से 14 फरवरी 21 तक रखी गई है, जिसमें लगभग तीन लाख एलोपैथिक चिकित्सक भाग ले रहे है। इसी क्रम में आई एम ए लखनऊ में 14 फरवरी 21 को चिकित्सकों द्धारा क्रमिक भूख हड़ताल आई एम ए भवन रिवर बैंक कालोनी में की जा रही है।
इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (IMA) लखनऊ अध्यक्ष डा0 रमा श्रीवास्तव ने बताया कि शल्य चिकित्सकों को 8 से 10 साल की पढा़ई और ट्रेनिंग के बाद सर्जरी करनी होती है और यदि वैधानिक रूप से मिक्सोपैथी लागू की जाती है तो इससे अप्रशिक्षित लोगों के द्धारा शल्य चिकित्सा किए जाने से जनता तथा मरीजों का अहित होगा।
इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (IMA) एम एस एन के उत्तर प्रदेश उपाध्यक्ष अनुराग अग्रवाल ने मेडिकल छात्रों की तरफ से कहा की इस मिक्सौपैथी जैसी चीजों को बढ़ावा देकर सरकार सभी मेडिकल क्वालिफाईड स्टूडेंटस की मेहनत को बेकार सिद्व कर देगी और गलत तरीके से काम करने को बढ़ावा दे देगी। साथ ही कम क्वालिफाईड लोगो से इलाज कराकर मरीजों का बहुत भारी परेशानियों का सामना करना पड सकता है।
इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (IMA) एम एस एन टी एस मिश्रा मेडिकल कालेज की अध्यक्ष शिवांगी सिहं ने कहा की मरीजों को खुद इस चीज का विरोध करना चाहिए ताकि उनके स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ न हो सके।
सचिव इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (IMA) लखनऊ ने आये हुऐ आई एम ए के सदस्य व एम एस एन (मेडिकल स्टूडेंट नेटवर्क) के छात्रों को धन्यवाद दिया और कहा की अपनी पैथी अपना ईलाज ही जनता के हित में है। आई एम ए लखनऊ के सदस्यों व एम एस एन (मेडिकल स्टूडेंट नेटवर्क) का सर्वमत रहा कि जो जिसमें प्रशिक्षित है वही इलाज करें। लगभग 102 चिकित्सक एव एम एस एन (मेडिकल स्टूडेंट नेटवर्क) के छात्रों ने भाग लिया।