लखनऊ. अपनी मांगों को लेकर सार्वजनिक क्षेत्र के बीमा कंपनियों के अधिकारी व कर्मचारियों ने बुधवार को लखनऊ में आंशिक हड़ताल की। कर्मियों और अधिकारियों द्वारा बीमा कंपनियों के निजीकरण व वेतन विसंगतियों सहित छह सूत्रीय मांगों को पूरा करवाने के लिए आवाज बुलंद की गई। इस दौरान बीमा कर्मियों व अधिकारियों नें सरकार द्वारा मांगों को शीघ्र पूरा नहीं किये जाने पर आंदोलन की चेतावनी दी है।
इस संबंध में जानकारी देते हुए पीएनबी पीईए के महामंत्री के0के0 मिश्रा ने बताया कि अगस्त 2017 से लंबित वेतन पुनरीक्षण के लिए शीघ्र वार्ता और एनपीएस खत्म कर सबको 1995 की पेंशन स्कीम का लाभ देने की मांग की जा रही है।
यूपी बैंक यूनियन का प्रतिनिधित्व कर रहे दीप कुमार बाजपेयी ने बताया कि पेंशन भोगियों की पेंशन को अपग्रेड किया जाए और फैमिली पेंशन का एकरूप 30 प्रतिशत करने के साथ ही सभी को पेंशन स्कीम 1995 का लाभ दिए जाने तक की अवधि में प्रबंधन का अंशदान 14 प्रतिशत करने की मांग की है।
बीमा कंपनी व दो बैंको के निजीकरण का विरोध करते हुये संयुक्त मोर्चा के संजय श्रीवास्तव ने कहा बीमा क्षेत्र में सरकार द्वारा प्रत्यक्ष विदेशी निवेश की सीमा 49 प्रतिशत से बढ़ाकर 74 प्रतिशत के प्रस्ताव का विरोध किया जा रहा है।
इस अवसर पर अब्दुल नईम, दिनेश सिंह, मनीष सिंह, जीएस सिंह, अनूप निगम, अमर शर्मा, आर एन सोनकर, ए जेड किदवई, संजय मित्रा और रमाशंकर आदि कर्मचारी नेता मौजूद रहे।