लखनऊ. उत्तर प्रदेश की राजधानी में लखनऊ विकास प्राधिकरण (LDA) की वेबसाइट की सिक्योरिटी और रखरखाव का जिम्मा उठा रही एजेंसी ने खुद ही करोड़ों का घोटाला कर दिया. एजेंसी ने अलग-अलग योजनाओं के 498 प्लॉटों के रेकॉर्ड में फर्जीवाड़ा कर लाखों की काली कमाई की. मामले में अफसर और कर्मचारियों की भूमिका पर भी सवाल उठ रहे हैं. संयुक्त सचिव की जांच रिपोर्ट के आधार पर एजेंसी डीजी टेक प्राइवेट लिमिटेड के सीईओ अजीत मित्तल और सर्विस इंजीनियर दीपक मिश्रा के खिलाफ एफआईआर दर्ज करा दी गई है.
लखनऊ विकास प्राधिकरण (LDA) के कंप्यूटर रिकॉर्ड में छेड़छाड़ कर गलत डाटा से भूखंड आवंटन के 498 प्रकरण मिले हैं। इस पर वीसी अभिषेक प्रकाश के आदेश पर एलडीए के तहसीलदार राजेश शुक्ला ने कार्यदायी संस्था डीजी टेक प्राइवेट लिमिटेड के सीईओ अजीत मित्तल और सर्विस इंजीनियर दीपक मिश्रा व अन्य के खिलाफ एफआईआर करा दी है। एलडीए के कंप्यूटर सेक्शन के प्रभारी एसबी भटनागर को भी आरोप पत्र दिया गया है। वीसी ने प्राधिकरण के कर्मचारियों, अधिकारियों की भूमिका की जांच सचिव पवन गंगवार को दी है।