Mumbai. भ्रष्टाचार के आरोपों में घिरे महाराष्ट्र के पूर्व गृहमंत्री अनिल देशमुख (Anil Deshmukh) के इस्तीफे के बाद महाविकास अघाड़ी सरकार के एनसीपी नेता दिलीप वलसे पाटील (Dilip Walse Patil) राज्य के नए गृह मंत्री बनाये गए हैं। पाटील वर्तमान में उद्धव ठाकरे सरकार में श्रम और आबकारी (एक्साइज) मंत्री थे।
मुख्यमंत्री द्वारा राज्यपाल (Maharashtra Governor) को भेजे गए पत्र में सूचित किया गया है कि वलसे पाटील को गृह मंत्री बनाए जाने के बाद श्रम मंत्रालय का अतिरिक्त प्रभार ग्रामीण विकास मंत्री हसन मुश्रीफ देखेंगे, जबकि आबकारी मंत्रालय का अतिरिक्त प्रभार उप मुख्यमंत्री अजीत पवार को दिया गया है।
शरद पवार के निजी सचिव रहे हैं
दिलीप वलसे पाटील (Dilip Walse Patil) ने अपना राजनीतिक करियर शरद पवार (Sharad pawar) के निजी सचिव (प्राइवेट सेक्रेटरी) के तौर पर शुरू किया था। 1990 में पहली बार वह पुणे (Pune) जिले की आंबेगाव विधानसभा सीट से कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लड़े और जीते। तब से अब तक लगातार 5 बार चुनाव जीतकर वह 20 साल से विधायक हैं।
दिलीप वलसे पाटील (Dilip Walse Patil) इससे पहले महाराष्ट्र के चिकित्सा शिक्षा मंत्री, उच्च व तकनीकी शिक्षा मंत्री, ऊर्जा मंत्री और वित्त मंत्री भी रह चुके हैं। 2009 से लेकर 2014 तक वह महाराष्ट्र विधानसभा के अध्यक्ष रहे हैं। उनकी गिनती राज्य के अनुभवी और अभ्यासु विधायकों में होती है। उन्हें उत्कृष्ट सांसद पुरस्कार से भी सम्मानित किया जा चुका है। नियमों के पालन करने और कराने के लिए मशहूर दिलीप वलसे पाटील की गिनती राज्य के मृदुभाषी राजनेताओं में होती है।
पहले गृह मंत्री बनने से इंकार कर चुके हैं
शिवसेना नेता संजय राउत (Sanjay Raut) के मुताबिक अनिल देशमुख को गृह मंत्री पद तब सौंपा गया जब दिलीप पाटिल (Dilip Walse Patil) और जयंत पाटिल ने इसके लिए मना कर दिया था। दिलीप के पिता दत्तात्रेय वलसे पाटिल और शरद पवार अच्छे दोस्त थे। पाटिल को सोमवार को महाराष्ट्र के गृह विभाग का प्रभार सौंपा गया।