कारोबार डेस्क. भारत की निजी क्षेत्र की बैंक यस बैंक (Yes Bank) को लेकर एक बड़ी खबर आई है। यस बैंक (Yes Bank) के शेयरधारकों ने बैंक को 10 हजार करोड़ रुपये की रकम जुटाने की इजाजत दे दी है. जानकारी के मुताबिक, इक्विटी शेयर या दूसरे सिक्योरिटीज के जरिए फंड जुटाने के पक्ष में 98.78 फीसदी वोट किए गए.
यस बैंक की ओर से जारी बयान के अनुसार बैंक (Yes Bank Share Price) का यह कहना है कि हम बताना चाहते हैं कि कि स्पेशल रेज्योल्यूशन को शेयरहोल्डर्स की ओर से मंजूरी मिल चुकी है. स्पेशल रेज्योल्यूशन को शेयरहोल्डर्स ने बहुमत के साथ पास कर दिया है. बता दें कि 22 जनवरी 2021 को दिसंबर तिमाही नतीजे के दौरान बैंक ने ऐलान किया था कि बैंक की अलग-अलग तरीकों से 10 हजार करोड़ रुपये जुटाने की योजना है.
बैंक का कहना है कि भविष्य में कॉमन इक्विटी टीयर 1 रेशियो को मजबूत करने की योजना है. साथ ही इतनी पूंजी जुटाने की योजना है ताकि भविष्य में किसी भी तरह के मुश्किल हालात में या फिर ग्रोथ के दौरान इसका इस्तेमाल किया जा सके. बैंक ने उस दौरान प्रस्ताव दिया था कि इक्विटी कैपिटल 10,000 करोड़ रुपये से अधिक नहीं होगा.
बता दें कि यस बैंक को मार्च 2020 में रिकंस्ट्रक्शन स्कीम में शामिल किया गया था. इस योजना के तहत एसबीआई ने SBI और दूसरे घरेलू बैंकों से 10 हजार करोड़ रुपये की पूंजी जुटाई थी और उसके चार महीने बाद यस बैंक ने जुलाई 2020 में एफपीओ (Further Public Offer-FPO) के जरिए 15 हजार करोड़ रुपये जुटाया था.